18-सितम्बर-2014 18:17 IST
अतिरिक्त एलपीजी की व्यवस्था भी की गई
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में आई बाढ़ के पश्चात् वहां आवश्यक पेट्रोलियम पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैँ। जम्मू खण्ड में ईंधन (पेट्रोल, डीजल, और रसोई गैस) की उपलब्धता सामान्य है।
वहीं, श्रीनगर में ईंधन उपलब्धता की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। वहां पर्याप्त ईंधन सुनिश्चित कराया जा सके, इसके लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। श्रीनगर में पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति में सुधार करने के क्रम में, तेल विपणन कंपनियां श्रीनगर में 33296 एलपीजी सिलेंडर, 1807 किलोलीटर पेट्रोल और 3783 किलोलीटर डीजल उपलब्ध करा चुकी हैं। इसके अतिरिक्त, 54804 एलपीजी सिलेंडर, 1661 किलोलीटर पेट्रोल और 3292 किलोलीटर डीजल जम्मू-श्रीनगर हाइवे (एनएच-1), वैकल्पिक किश्तवाड़-सिंथान टोप मार्ग और लेह-श्रीनगर मार्ग से श्रीनगर पहुंचाया जा रहा है।
श्रीनगर खंड में 201 रिटेल आउटलेट हैं, जिनमें से 171 आउटलेट वर्तमान में कार्यरत हैं। श्रीनगर में निजी एलपीजी बोतल प्लांट संचालन में है। श्रीनगर में हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) का एलपीजी प्लांट जलमग्न हो गया है। ऐसे में जम्मू स्थित इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और एचपीसीएल के बोतल संयंत्रों से श्रीनगर में अतिरिक्त एलपीजी सिलेंडर पहुंचाए जा रहे हैं। जम्मू स्थित बोतल प्लांटों से सप्लाई को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त एलपीजी की व्यवस्था की गई है। साथ ही जम्मू से श्रीनगर तक सिलेंडरों को पहुंचाने के लिए अतिरिक्त ट्रकों की भी व्यवस्था की जा चुकी है।
ओएनजीसी द्वारा भेजे गए राजबाग स्थित 2400 जीपीएम जॉन डिग्री के दो पंप दो शिफ्टों में पूरी कुशलता के साथ कार्य कर रहे हैं। वहीं ओएनजीसी, देहरादून द्वारा भेजे गए चार अन्य पंप (1800 एलपीएम क्षमता के 2 और 275 एलपीएम क्षमता के 2) श्रीनगर के बादामीबाग में 24 घंटे कार्य कर रहे हैं। (PIB)
विजयलक्ष्मी कासोटिया/एएम/प्रवीन/आरआरएस/रूपेन - 3782
अतिरिक्त एलपीजी की व्यवस्था भी की गई
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में आई बाढ़ के पश्चात् वहां आवश्यक पेट्रोलियम पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैँ। जम्मू खण्ड में ईंधन (पेट्रोल, डीजल, और रसोई गैस) की उपलब्धता सामान्य है।
वहीं, श्रीनगर में ईंधन उपलब्धता की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। वहां पर्याप्त ईंधन सुनिश्चित कराया जा सके, इसके लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। श्रीनगर में पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति में सुधार करने के क्रम में, तेल विपणन कंपनियां श्रीनगर में 33296 एलपीजी सिलेंडर, 1807 किलोलीटर पेट्रोल और 3783 किलोलीटर डीजल उपलब्ध करा चुकी हैं। इसके अतिरिक्त, 54804 एलपीजी सिलेंडर, 1661 किलोलीटर पेट्रोल और 3292 किलोलीटर डीजल जम्मू-श्रीनगर हाइवे (एनएच-1), वैकल्पिक किश्तवाड़-सिंथान टोप मार्ग और लेह-श्रीनगर मार्ग से श्रीनगर पहुंचाया जा रहा है।
श्रीनगर खंड में 201 रिटेल आउटलेट हैं, जिनमें से 171 आउटलेट वर्तमान में कार्यरत हैं। श्रीनगर में निजी एलपीजी बोतल प्लांट संचालन में है। श्रीनगर में हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) का एलपीजी प्लांट जलमग्न हो गया है। ऐसे में जम्मू स्थित इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और एचपीसीएल के बोतल संयंत्रों से श्रीनगर में अतिरिक्त एलपीजी सिलेंडर पहुंचाए जा रहे हैं। जम्मू स्थित बोतल प्लांटों से सप्लाई को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त एलपीजी की व्यवस्था की गई है। साथ ही जम्मू से श्रीनगर तक सिलेंडरों को पहुंचाने के लिए अतिरिक्त ट्रकों की भी व्यवस्था की जा चुकी है।
ओएनजीसी द्वारा भेजे गए राजबाग स्थित 2400 जीपीएम जॉन डिग्री के दो पंप दो शिफ्टों में पूरी कुशलता के साथ कार्य कर रहे हैं। वहीं ओएनजीसी, देहरादून द्वारा भेजे गए चार अन्य पंप (1800 एलपीएम क्षमता के 2 और 275 एलपीएम क्षमता के 2) श्रीनगर के बादामीबाग में 24 घंटे कार्य कर रहे हैं। (PIB)
विजयलक्ष्मी कासोटिया/एएम/प्रवीन/आरआरएस/रूपेन - 3782